राष्ट्रवाद क्या है ? राष्ट्रवाद एक भावना है। राष्ट्रवाद अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम है। यह एक ऐसी भावना है, जो पूरे विश्व के हर देश के लोगों में भावना के रूप में रहती है ऐसा माना जाता है कि इसका विकास आधुनिक विश्व में राजनीतिक पुनर्जागरण का परिणाम है।
राष्ट्रवाद का उदय यूरोप के राष्ट्र राज्यों के उदय का परिणाम है। 19वीं शताब्दी में राष्ट्रवाद के उदय का समय माना जाता है। और इस में राजनीति विज्ञान के सबेसे महत्वपूर्ण विषय राष्ट्रवाद पर आधारित प्रश्न उत्तर हैं। राष्ट्रवाद का विश्व और भारत पर क्या प्रभाव पड़ा इसके क्या परिणाम हुए पर आधारित प्रश्न उत्तर है। और भारत में आर्थिक राजनीतिक और संस्कृत जो भी परिवर्तन हुए उस पर आधारित है जो यूजीसी नेट राजनीतिक विज्ञान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
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राष्ट्रवाद शब्द की उत्पत्ति कहां से हुई?
राष्ट्रवाद का उदय यूरोप के राष्ट्र राज्यों के उदय का परिणाम है। 19वीं शताब्दी में राष्ट्रवाद के उदय का समय माना जाता है। और इस में राजनीति विज्ञान के सबेसे महत्वपूर्ण विषय राष्ट्रवाद पर आधारित प्रश्न उत्तर हैं। राष्ट्रवाद का विश्व और भारत पर क्या प्रभाव पड़ा इसके क्या परिणाम हुए पर आधारित प्रश्न उत्तर है। और भारत में आर्थिक राजनीतिक और संस्कृत जो भी परिवर्तन हुए उस पर आधारित है जो यूजीसी नेट राजनीतिक विज्ञान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
राष्ट्रवाद पर आधारित प्रश्न उत्तर
2. राष्ट्रवाद शब्द की उत्पत्ति किन राज्यों के उदय का उत्पादन है?
3. सबसे पहले राष्ट्रीयता का आधार क्या था?
4. 18वीं शताब्दी में किस राज्य की क्रांति ने राष्ट्र राज्य के उदय और विकास को एक नई दिशा दी?
5. यूरोप में राष्ट्र राज्य का निर्माण किसके संयुक्त प्रभाव से हुआ?
6. फ्रांस में किसने शक्तिशाली केंद्रीकृत राज्य की स्थापना की?
7. यूरोप की किस क्रांति ने भारत में नवजागरण के बीज बोए?
8. उदारवादी चिंतन ने भारत के किन क्षेत्रों पर प्रभाव नहीं डाला?
9. किसने राज्य विहीन समाज की कल्पना की?
10. पश्चिमी देशों के प्रभाव भारत के किन क्षेत्रों पर नहीं पडे?
11. बौद्धिक पुनर्जागरण ने किस तरह भारत को प्रभावित किया?
12. भारत में कौन से राष्ट्रवादी चिंतक ने ‘निबंधमाला’ पत्रिका की रचना की?
13. नेपोलियन के युद्ध ने किस देश की राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने का कार्य किया?
14. किसने कहा था की “ साम्राज्यवादी पूंजीवाद का अंतिम चरण है?”
15. समाजवाद राज्य के अंतर्गत राज्य का उत्पादन के साधनों पर नियंत्रण से मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ा?
16. निम्न कथनों पर विचार कीजिए।
1. समाजवाद शब्द सोशलिज्म शब्द का हिंदी रूपांतर है।
2. समाजवाद एक राजनीतिक सिद्धांत है।
3. समाजवादी राज्य व्यक्ति की अपेक्षा राज्य को अधिक महत्व देता है
4. पूंजी वादियों के विचार में पूंजीपति श्रमिकों में संघर्ष अनिवार्य है।
1. समाजवाद शब्द सोशलिज्म शब्द का हिंदी रूपांतर है।
2. समाजवाद एक राजनीतिक सिद्धांत है।
3. समाजवादी राज्य व्यक्ति की अपेक्षा राज्य को अधिक महत्व देता है
4. पूंजी वादियों के विचार में पूंजीपति श्रमिकों में संघर्ष अनिवार्य है।
17. भारत में लोकतांत्रिक परंपरा कब से विद्यमान है?
18. वी डी सावरकर ने किस प्रकार के विचार प्रस्तुत किए ?
19. सर्वोदय की अवधारणा का पक्ष किस राष्ट्रवादी ने दिया ?
20. वैश्वीकरण के एकीकरण में कौन शामिल नहीं है?
21. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
1. पूंजीवादी संपत्ति अन्य व्यक्ति की संपत्ति है।
2. पूंजीवादी व्यवस्था में राज्य का कार्य पूँजीपतियों की संपत्ति की सुरक्षा होता है।
3. पूंजीवाद में आर्थिक हित थोड़े एवं कुछ हाथों में सिमट कर रह जाते हैं।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. पूंजीवादी संपत्ति अन्य व्यक्ति की संपत्ति है।
2. पूंजीवादी व्यवस्था में राज्य का कार्य पूँजीपतियों की संपत्ति की सुरक्षा होता है।
3. पूंजीवाद में आर्थिक हित थोड़े एवं कुछ हाथों में सिमट कर रह जाते हैं।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
22. वैश्वीकरण के क्या लाभ हैं?
23. उपनिवेशवाद के आधुनिक रूप को क्या कहते हैं?
24. भारत में कल्याणकारी राज्य की विचारधारा किस से प्रभावित है?
25. निम्न में से कौन सा लक्षण कल्याणकारी राज्य का नहीं है?
26. उत्तर औपनिवेशिक राष्ट्र किस श्रेणी में आते हैं?
27. भारत में वैश्वीकरण की नीति किस वर्ष अपनाई?
28. 18 वीं शताब्दी में यूरोप में किस शासन का उदय हुआ?
29. भारत में राष्ट्रीय अखंडता दिवस निम्नलिखित में से किस तिथि को मनाया जाता है?
30. निम्नलिखित में से किसने कल्याणकारी राज्य को एक प्रकार की दासता के रूप में वर्णन किया है?
यूजीसी नेट राजनीतिक विज्ञान
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